दशहरा...


1.


तजकर नफरतें दिल से, परचम-ए-प्रीत लहराएं ।
लगाकर शत्रु को सीने, चलो अब मीत हो जाएं ।
दमनकर जग में कुंठा, ईर्ष्या, और आज के रावण ।
बनकर वीर अच्छे की, बुरे पर जीत करवाएं ।
वीर


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