माफी, मेरा जन्मदिन, युवा दिवस
मेरे कुछ मुक्तक... माफी मेरी सारी गल्तियों को माफ करना मित्र, बीता हुआ भूलकर दिल साफ करना मित्र, हम तो माफी माँगने के काबिल भी नहीं है, आप ही छोटा समझकर माफ करना मित्र । वीर वन विद्यालय शिवपुरी... जन्मदिन विशेष है धन्यवाद उनको जो, लहर खुशी की लाए । था उनको आलस्य, या हिय से थे हर्षाए । था नींद का कहर , या खुद को रोक न पाए । कि जन्मदिवस भी वक्त से पहले सभी मनाए । युवा दिवस मिलाकर वेद और विज्ञान, अब विद्वान होना है । हमारे वेद वो उरजा, जिनसे विज्ञान सोना है । जरूरी है हमें विज्ञान, ये स्वीकार करते हैं । स्वयं को साधने बावत यहां पुरुषार्थ बोना है । अखिल बदलाव की शक्ति सदा ख़ुद में संजोना है । भटकने और भटकाने का, ये दुर्भाव घिनौना है । रखो उम्मीद पाने लक्ष्य, पर हो धैर्य भी वीरों । युवाओं जोश में रहना है पर न होश खोना है ।