जंगल/वन
0.
कभी भी कैसा भी संकट हो, संकट से टकराना तुम ।
विपदा का हल पाना हो तो, विपदा में मुस्काना तुम ।
पुण्य अगर जो करना चाहो जमकर पेड़ लगाना तुम ।
सांसों का सुख पाना हो तो जंगल जंगल आना तुम ।
~वीर
1.
वन की अहमियत का अंदाजा नहीं तुम्हें ।
इसे मंजिल नहीं, रास्ता समझ रहे हो ।
जिनके पास नहीं है उनकी जान जा रही ।
तुम्हारे पास है तो तुम सस्ता समझ रहे हो ।
वीर
2.
वतन की सेवा में हथेली पर जान रखता हूं,
कोई पूछे घर मेरा, लवों पर हिन्दुस्तान रखता हूं ।
लेकिन सबसे बात करने नरम सलीका है,
अपनी जिंदगी जीने का अपना तरीका है ।
~वीर
Veer ~ The Winner⛳:
3.
तेरी हर सुबह में चहकन, चहकती शाम होती है ।
तेरे संग सांस चलती है, महक अविराम होती है ।
मैं तेरे साथ जीने-मरने की कसमें उठाए हूं,
तेरी रक्षा की वर्दी ही, हमारी शान होती है ।
Veer ~ The Winner⛳:
4.
चांद की चांदनी जैसे साये हो तुम ।
सबके रग रग में ऐसे समाए हो तुम ।
कैसे मुमकिन हो जीना तुम्हारे बिना,
जो इस धरनी पे जल बनकर आए हो तुम ।
1.
वन की अहमियत का अंदाजा नहीं तुम्हें ।
इसे मंजिल नहीं, रास्ता समझ रहे हो ।
जिनके पास नहीं है उनकी जान जा रही ।
तुम्हारे पास है तो तुम सस्ता समझ रहे हो ।
वीर
2.
वतन की सेवा में हथेली पर जान रखता हूं,
कोई पूछे घर मेरा, लवों पर हिन्दुस्तान रखता हूं ।
लेकिन सबसे बात करने नरम सलीका है,
अपनी जिंदगी जीने का अपना तरीका है ।
~वीर
Veer ~ The Winner⛳:
3.
तेरी हर सुबह में चहकन, चहकती शाम होती है ।
तेरे संग सांस चलती है, महक अविराम होती है ।
मैं तेरे साथ जीने-मरने की कसमें उठाए हूं,
तेरी रक्षा की वर्दी ही, हमारी शान होती है ।
Veer ~ The Winner⛳:
4.
चांद की चांदनी जैसे साये हो तुम ।
सबके रग रग में ऐसे समाए हो तुम ।
कैसे मुमकिन हो जीना तुम्हारे बिना,
जो इस धरनी पे जल बनकर आए हो तुम ।
5.
वन महिमा...
वन से ही तो तन है,
वन से ही तो मन है,
वन से ही तो धन है,
वन से ही तो जन है,
सच में #वन ही जीवन है ।
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